Let's talk with Actor Chandra shekhar Dutta !

मुंबई: 
संवाददाता - अमित सिंह
(अभिनेता / फिल्मकार / पत्रकार)
बॉलीवुड का हल्ला ई-मैगज़ीन


 आप सभी लोग जानते हैं कि हम आप सभी लोगों के लिए लगातार कुछ ऐसे महत्वपूर्ण बातों को लेकर आते रहते हैं जिससे आप एक्टर बनने में किसी भी प्रकार के कमी महसूस ना हो इसी तर्ज पर आज हम आप सभी लोगों के सामने बॉलीवुड के अभिनेता चंद्रशेखर दत्ता के बारे में बात करने जा रहे हैं उन्होंने बॉलीवुड में कई फिल्मों में काम किया है और लगातार करते हुए नजर आ रहे हैं तो चलिए हमारे द्वारा पूछे गए कुछ प्रश्नों के उत्तर उन्होंने किस प्रकार से दिए हैं आप भी देखें और कुछ आनंद भी ले और सीखें भी ! 

प्रश्न: आपके हिसाब से किसी फेस्टिवल में फ़िल्म का शामिल होना क्या एक्टर के कैरियर में कुछ बदलाव लाती है ? 
उत्तर: फेस्टिवल आपके talent का मानदंड नहीं है पर आपके क्राफ्ट को प्रमुख लोगों तक पहुंचा देती है। विदेश के फेस्टिवल biased नहीं होते। जैसे "असल मर्द " शार्ट फ़िल्म के लिये toronto में स्वतः ही चयन किया। ftii के दौरान क्रमशः फ़िल्म की थी जिसमें मुख्य किरदार होते हुए भी छाया मात्र था पर उससे भी मुझे लोगों ने संपर्क किया। फ़िल्म को गोल्डन कोंच मामी और ओबेर्हौसेन फ़िल्म फेस्टिवल में फिपरिस्की मिली, दो नेशनल अवार्ड भी है तो लोग उस फ़िल्म से भी मुझे जान पाए। फेस्टिवल मान के साथ नेटवर्किंग भी देती है। और वहाँ ये नामी ग्रामी, अनजाना वाला चक्कर नहीं होता।

प्रश्न: आपका बचपन कैसी जगह बीता क्या आपका बचपन से ही एक्टर बनने का रुझान रहा ? 

उत्तर:आठवीं के बाद अभिनय में कूदने का मन बना क्योकि अच्छा वक्ता था बाद में समझ आया चूप रहना भी अभिनय है

प्रश्न:  इन फेस्टिवल में फ़िल्म सेलेक्ट हुई है काफ़ी बड़ी बात है आपके पर्सनल जीवन पर भी इसमें कुछ प्रभाव पड़ेगा ? 

उत्तर: पर्सनल में मेरे माता पिता को ये सब के बारे में कोइ जानकारी नहीं जिस दिन मुझे कोई ख्याति प्राप्त अवार्ड मिले तो शायद उन्हें समझ आये. पर उन्हें इतना पता है कुछ अच्छा करूँगा और स्वाभिमान से ही करूँगा

प्रश्न: आपके फ़िल्म जगत के दोस्त यार आपको इस वक़्त कैसे सोच से देखते हैं क्योंकि आप हमेशा अभी एक्टिंग में "क्राफ्ट" की बात किआ करते हैं? 

उत्तर: क्राफ्ट को लेकर आगाज़ इरफ़ान सर ने किया और ये तब की बात है जब मैं उनके साथ वॉरियर फ़िल्म देखी तब से ही जिज्ञासा बनी। मैं उनके लिये अनजान सीखने की ललक रखने वाला विद्यार्थी था। फिर ftii में कुछ सीनियर्स जैसे उदय चंद्रा, टॉम आल्टर सर के संगत ने रुझान बढ़ाई और एक स्तर पर जाकर जब मिनिस्ट्री की फ़ेलोशिप मिली तो मुझे ये दायित्व के रूप में लगा की क्राफ्ट की चेतना जगाई जाए, दोस्त भी इसी फील्ड से हैं और मेरी यात्रा के सहभागी हैं और उन्हें अच्छा लगता है।

प्रश्न : एक्टर बनने की राह में आगे का रास्ता कुछ साफ होगा इन फ़िल्म फेस्टिवल में आपकी फ़िल्म सलेक्शन के बाद ?
उत्तर: रास्ता साफ़ क्या कहें कृष्ण की लीला है जब वो चाहें, पर इससे ख़ुशी है कि देश विदेश में लोग देख रहे हैं, जिस दिन कोई बेहतर बोलता हुआ रोल वर्क कर गया तो लगातार काम मिलता रहेगा. गैप नहीं आयेगा, और सेंसीब्लिटी तो आई है लोग समझ भी रहे हैं! क्राफ्ट ही जीवन है!

यह है कुछ अंश जिसमें हमने एक्टर से कुछ प्रश्न पूछे थे इसके जवाब एक्टर ने बखूबी निभाए, यानी कि उन्होंने बहुत ही खूबसूरत तरीके से सवालों के जवाबों को शरबत में मिठास डालने वाली चीनी की तरह उत्तर देना शुरू कर दिया ! हमें तो बहुत मजा आया उम्मीद है आपको भी बहुत मजा आया होगा पढ़ने में और समझने मैं, 
फिर बहुत जल्द मुलाकात होगी एक नए एक्टर के साथ एक न एक आदमी के साथ तब तक के लिए हम विदा चाहते हैं हमारे इस ब्लॉग को आज की सफाई करें और उन लोगों को साझा करें जो लोग वाकई में एक्टर बनना चाहते हैं 
जय हिंद !
जय भारत !

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